Udaipur Ayurveda PG Entrance Exam Question Paper 2008 With Answer Key

Udaipur Ayurveda PG Entrance Exam-2008

1. प्रकृतिस्थेषु भूतेषु वैद्यवृत्तिः चतुर्विधा। – उपरोक्त सूत्र में ‘प्रकृतिस्थेषु’ का क्या अर्थ है। (च. सू. 9/26) 

(a) आरोग्य

(b) मरण भाव

(c) चिकित्सा

(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं 

Answer: (b)

2. सुश्रुतानुसार आमाशयगत वात में ‘षडधरण योग’ का प्रयोग कितनी समयावधि तक करना चाहिए। (सु. चि. 4/3)

(a) सप्त दिन

(b) सप्त रात्रि 

(c) एक पक्ष 

(d) एक माह

Answer: (b)

3. ‘अरिष्ट’ किसका पर्याय है ?

(a) निम्ब

(b) अरिष्टक

(c) वत्सनाभ

(d) कुचला

Answer: (a)

4. ‘तिन्दुक’ किसका पर्याय है ?

(a) कर्ष

(b) पल

(c) शाण

(d) शुक्ति

Answer: (a)

5. उग्रगंध युक्त पुराण घृत कितने वर्ष पुराना बतलाया गया है। (च. चि. 9/60)

(a) 1 वर्ष 

(b) 10 वर्ष 

(c) 100 वर्ष 

(d) 100 से अधिक वर्ष

Answer: (b)

6. दार्वीक्वाथसमं क्षीरं पादपक्वं यदा घनम्। तदा रसान्जनं ख्यातं तन्नेत्रयोः परमं हितम्।। – किसका कथन है।

(a) रस रत्न समुच्चय 

(b) रस तरंगिणी 

(c) आयुर्वेद प्रकाश 

(d) रसकाम धेनु 

Answer: (c)

7. ‘फेनोऽतिमात्रं’ किसका लक्षण है। (सु. चि. 31/13)

(a) घृतपाक

(b) तैलपाक

(c) न

(d) अवलेह सिद्धि 

Answer: (b)

8. ‘सप्तदश लिंगम्’ सूक्ष्म शरीर किसने वतलाया है।

(a) कणाद

(b) कपिल

(c) जैमिनी

(d) वेदव्यास

Answer: (a)

9. चरकानुसार देवताडक के कल्प योग है ? (च. क. 2/3)

(a) 60

(b) 18

(c) 45

(d) 39

Answer: (d)

10. ‘दुन्दुभि’ के द्वारा फैलता है ? (सु. क. 6/4)

(a) विष

(b) अगद

(c) वायु

(d) रोग

Answer: (b)

11. जल शीतलीकरण की विधियाॅं किसने बताई है। (सु. सू. 45/19)

(a) चरक

(b) सुश्रुत

(c) अष्टांग हृदय 

(d) अष्टांग संग्रह

Answer: (b)

12. ‘गौरदण्ड’ किसका पर्याय है ?

(a) चक्रमर्द

(b) गुन्जा

(c) अपामार्ग

(d) अर्जुन

Answer: (c)

13. द्रव्यादापोत्थितात्तोये तत्पुनर्निशि संस्थितात्। कषायो योऽभिनिर्याति स ……….. समुदाहृतः।। (च. सू. 4/6)

(a) शीतः

(b) फाण्टं

(c) श्रृतं

(d) हिमः

Answer: (a)

14. कर्पूरगंधि शिलाजतु क्या है ?

(a) Black Bitumen 

(b) Potassium Nitrate 

(c) Mineral pitch

(d) Iron Pyrite 

Answer: (b)

15. ‘पुष्पांजन’ से क्या अर्थ ग्रहण करना चाहिए ?

(a) Antimony sulphide

(b) Lead sulphidez (PbS) 

(c) Lead oxide (PbO) 

(d) Zinc oxide (ZnO) 

Answer: (d)

16. काश्यप के अनुसार मूक, पंगु और जड बालकों में कौनसा घृत प्रयोग करते हैं ? (का. सू. 1 लेहाध्याय)

(a) कल्याणक घृत 

(b) पंचेन्द्रिय घृत 

(c) अभय घृत

(d) संवर्धन घृत 

Answer: (d)

17. ‘कोकिला गुटिका’ का प्रयोग किस रोग में बताया गया है ? (का. चि. 13 ककूणक चिकित्सा)

(a) अक्षिरोग

(b) कर्णरोग

(c) मुखरोग

(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं 

Answer: (a)

18. ‘ग्रीवास्तम्भ’ किस विष के सेवन का लक्षण है। (सु. क. 2/12)

(a) वत्सनाभ

(b) कालकूट

(c) मुस्तक

(d) श्रृगीविष

Answer: (a)

19. बालचिकित्सा में गर्भाेपक्रम विज्ञान, सूतिकोपक्रम एंव बालरोग शमन का समावेश कौनसे आचार्य ने किया है।

(a) काश्यप

(b) चरक

(c) हारीत

(d) सुश्रुत

Answer: (c)

20. स्नेहार्थ आश्चयोतन की मात्रा होती है ? (सु. उ. 18/46)

(a) 6 बूॅद 

(b) 8 बूॅद 

(c) 10 बूॅद 

(d) 12 बूॅद 

Answer: (c)

21. ‘अन्यतोवात’ है ? (सु. उ. 6/27)

(a) नेत्ररोग

(b) नासारोग

(c) कर्णरोग

(d) शिरारे गे 

Answer: (a)

22. सुश्रुतानुसार ‘दीप्त’ है। (सु. उ. 23/8)

(a) नेत्ररोग

(b) नासारोग

(c) कर्णरोग

(d) शिरारेग

Answer: (b)

23. काश्यपानुसार कोष्ठांग की संख्या है ? (का. शा. 4 शरीर विचय शारीर अध्याय)

(a) 8

(b) 10

(c) 13

(d) 15

Answer: (c)

24. ‘तारावट्ट’ किसका भेद है ?

(a) मुण्डलोह

(b) कान्तलोह

(c) तीक्ष्णलोह

(d) मण्डूर

Answer: (c)

25. काश्यपानुसार दुष्प्रजाता रोगों की संख्या होती है ? (का. चि. 3 दुष्प्रजाता चिकित्सा अध्याय)

(a) 35

(b) 64

(c) 20

(d) उपरोक्त में से कोई नहीं 

Answer: (b)

26. काश्यपानुसार बालकों में वस्ति देने की वय है ? (का. सि. 1 राजपुत्रायां सिद्धि अध्याय)

(a) 1 मास तक अवस्था में 

(b) जब बालक नीचे चलता फिरता हो तथा अन्न खाता हो। 

(c) जन्म से ही वस्ति दे सकते है। 

(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं 

Answer: (b)

27. सुश्रुतानुसार 25 वर्ष से कम आयु में उत्तर वस्ति की मात्रा कितनी होती है ? (सु. चि. 37/102)

(a) 1 प्रकुंच 

(b) 1 प्रसृत 

(c) 1 शुक्ति 

(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं 

Answer: (d)

28. मूच्र्छा, छर्दि, उध्र्व निरीक्ष्य – किस ग्रह के लक्षण है ? (अ. हृ. उ. 3/16)

(a) स्कंद

(b) स्कंदापस्मार

(c) नैगमेष

(d) पितृग्रह

Answer: (c)

29. गर्भ में सर्वप्रथम शिर उत्पत्ति किस आचार्य ने मानी है। (सु. शा. 3/30)

(a) शौनक

(b) कृतवीर्य

(c) पाराशर

(d) मार्कण्डेय

Answer: (a)

30. सुश्रुतानुसार रक्तज अर्श चिकित्सा है। (सु. चि. 6/16)

(a) संशमन

(b) विरेचन

(c) रक्तावसेचन

(d) श्रृंगबेरकुलत्थोपयोग 

Answer: (a)

31. निराग्नि स्वेद का निर्देश किन रोगों में है। (अ. हृ. सू. 17/28)

(a) पित्तावृत वात में 

(b) रक्तावृत वात में 

(c) रक्त एवं पित्तावृत वात में

(d) मेद कफावृत्त वात में 

Answer: (d)

32. वात यदि कफ एंव पित्त दोनों से आवृत हो तो सर्वप्रथम किसकी चिकित्सा करना चाहिए है। (च. सू. 28/188)

(a) वात की 

(b) पित्त की 

(c) कफ की 

(d) तीनों की एक चिकित्सा करनी चाहिए। 

Answer: (b)

33. हृदय, क्लोम कण्ठ और तालु आश्रित हिक्का कौनसा है ? (च. चि. 17/37)

(a) अन्नजा हिक्का 

(b) यमला हिक्का  

(c) व्यपेता हिक्का

(d) क्षुद्रा हिक्का 

Answer: (d)

34. ‘अतिस्थूलता’ का चिकित्सा सिद्वांन्त है। (च. सू. 21/20)

(a) गुरू व संतर्पण 

(b) लघु व संतर्पण 

(c) गुरू व अपतर्पण 

(d) लघु व अवतर्पण 

Answer: (c)

35. ‘शिरो न धारयति’ बालक में होने वाले कौनसे रोग का लक्षण है ? (का. सू. 25 वेदना अध्याय)

(a) अलसक

(b) छर्दि

(c) तालुकंटक

(d) बालग्रह

Answer: (a)

36. चरकानुसार कर्ण रोगों की संख्या हैं ? (च. सू. 19/5)

(a) 4

(b) 18

(c) 25

(d) 28

Answer: (a)

37. ‘गोतीर्थक’ का सम्बन्ध किससे है। (सु. चि. 8/10)

(a) अर्श

(b) भगन्दर

(c) अश्मरी

(d) काण्ड भग्न

Answer: (b)

38. उध्र्वबाहुशिरः पादो योनिमुखं निरूणद्धि – कौनसा मूढगर्भ है ? (सु. नि. 8/5)

(a) कीलक

(b) प्रतिखुर

(c) बीजक

(d) परिघ

Answer: (a)

39. पक्षियों में विष के वेगों संख्या कितनी होती है। (च. चि. 23/21)

(a) 2

(b) 3

(c) 4

(d) 5

Answer: (b)

40. संधि स्थान पर सीवन हेतु कौनसे प्रकार की सूची का प्रयोग किया जाता है ? (सु. सू. 25/23)

(a) वृतांगुल द्वयम 

(b) त्र्यंगुला त्र्यस्रा 

(c) धर्नुवक्र्रा

(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं। 

Answer: (a)

41. क्षिप्र मर्म के बारे में कौनसा कथन सत्य है ? (सु. शा. 6/10 – 31)

(a) सद्यःप्राणहर एवं 2 अंगुल प्रमाण मर्म 

(b) कालांतर प्राणहर एवं 1 अंगुल प्रमाण मर्म 

(c) सद्यःप्राणहर एवं 1 अंगुल प्रमाण मर्म 

(d) कालांतर प्राणहर एवं ½ अंगुल प्रमाण मर्म 

Answer: (d)

42. नेत्रबुदबुदम् प्रमाण होता है ? (सु. उ. 1/10)

(a) 2 अंगुल 

(b) 2½ अंगुल 

(c) 3 अंगुल 

(d) 4 अंगुल 

Answer: (b)

43. संक्षोभ और अतिविद्यट्टन – से कौनसा स्रोत्रस् दुष्ट होते है। (च. वि. 5/17)

(a) मांसवह

(b) मज्जावह

(c) अस्थिवह

(d) रक्तवह

Answer: (c)

44. स्वर्णमाक्षिक के रासायनिक संगठन में शामिल है ?

(a) Cu

(b) Fe

(c) S

(d) उपरोक्त सभी

Answer: (d)

45. प्रवाल चूर्ण का प्रयोग कौनसे मूत्रकृच्छ्र चिकित्सा में होता है। (च. चि. 26/56)

(a) वातज मूत्रकृच्छ्र 

(b) पित्तज मूत्रकृच्छ्र 

(c) कफज मूत्रकृच्छ्र 

(d) त्रिदोषज मूत्रकृच्छ्र 

Answer: (c)

46. ‘अन्र्तमृतगर्भ’ का लक्षण है। (सु. नि. 8/12)

(a) गर्भास्पन्दनम्

(b) उच्छ्वासपूतित्वं

(c) श्यावपाण्डुता

(d) उपर्युक्त सभी

Answer: (d)

47. Callicarpa macrophylla किसका वानस्पतिक नाम हैं ?

(a) मुस्तक

(b) पुन्नाग

(c) चिन्चा

(d) प्रियंगु

Answer: (d)

48. Leguminaceae कुल की वनस्पति हैं।

(a) शमी

(b) पाटला

(c) सहदेवी

(d) सारिवा

Answer: (a)

49. ‘उपशीर्षक’ का वर्णन किस आचार्य ने किया है ? (अ. हृ. 23/21)

(a) चरक

(b) सुश्रुत

(c) वाग्भट्ट

(d) शांरग्र्धर

Answer: (c)

50. वाग्भट्टानुसार पिल्ल रोगों की संख्या हैं ? (अ. हृ. 16/44-45)

(a) 23

(b) 18

(c) 39

(d) 21

Answer: (b)

51. करणं पुनः स्वाभाविकानां द्रव्याणाभि . ……………। (च. वि. 1/23)

(a) संस्कार

(b) संहितीभाव

(c) सात्म्यापेक्षः

(d) जीर्णलक्षणापेक्षः

Answer: (a)

52. चरकानुसार कीट के प्रकार होते है। (च. चि. 23/140)

(a) 2

(b) 4

(c) 5

(d) 8

Answer: (a)

53. सुश्रुतानुसार नेत्र मण्डलों, संधियों ओर पटलों की संख्या क्रमशः कितनी है ? (सु. उ 1/14)

(a) पंच षट् च षडेव च 

(b) पंच, च षट् षडेव, च 

(c) पंच च पंच, षडेव च 

(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer: (a)

54. चरकानुसार अलजी और विद्रधि का स्थान कौन सी त्वचा है ? (च. शा. 7/4)

(a) षष्ठी

(b) पंचनी

(c) चतुर्थी

(d) तृतीया

Answer: (b)

55. ‘अपलाप’ कौनसी मर्म है। (सु. शा. 6/7)

(a) मांसमर्म

(b) सिरामर्म

(c) स्नायुमर्म

(d) संधिमर्म

Answer: (b)

56. मधु का निषेध किसमें है ? (का. क. 9 विशेषकल्पाध्याय)

(a) प्रमेह

(b) प्रमेहपिडिका

(c) मधुमेह

(d) सन्निपातज ज्वर 

Answer: (d)

57. अर्म हैं। (सु. उ. 8/6)

(a) छेद्य व्याधि 

(b) भेद्य व्याधि 

(c) लेख्य व्याधि 

(d) वेध्य व्याधि 

Answer: (a)

58. स्मृति कारण होते हैं ? (च. शा. 1/149)

(a) 6

(b) 7

(c) 8

(d) 9

Answer: (c)

59. कुपथ्य से विकृत, पथ्य से सम रहने वाली अग्नि हैं। (च. वि. 6/12)

(a) विषमाग्नि

(b) तीक्ष्णाग्नि

(c) मंदाग्नि

(d) समाग्नि

Answer: (d)

60. ‘यकृत’ कौन सा गर्भोत्पादक भाव है ? (च. शा. 3/6)

(a) पितृज

(b) मातृज

(c) रसज

(d) सत्वज

Answer: (b)

61. गर्भोत्पादक भाव किसके ‘स्थिर भाव’ किसके होते है ? (सु. शा. 3/31)

(a) पितृज

(b) मातृज

(c) रसज

(d) सत्वज

Answer: (a)

62. चोट या उपहति पर भारतीय दण्ड संहिता की कौनसी धारा लागू होती है।

(a)  IPC 319 

(b) IPC 320 

(c) IPC 316 

(d) IPC 197 

Answer: (a)

63. अर्दिताकृति करणं च व्याधेः – किस व्याधि का पूर्वरुप है ? (च. नि. 7/6)

(a) उन्माद

(b) हनुमोक्ष

(c) अर्दित

(d) पक्षाघात

Answer: (a)

64. अष्ठीलावत्ततो जिहृवा भवत्यरसवेदिनी – किसका लक्षण है ? (सु. क. 1/38)

(a) अर्दित

(b) सविष अन्न

(c) जलसंत्रास

(d)  अष्ठलिका शूकदोष 

Answer: (b)

65. सुश्रुतानुसार ‘रकसा’ है ? (सु. नि. 5/15)

(a) महाकुष्ठ

(b) क्षुद्रकुष्ठ

(c) किलास

(d) उपरोक्त सभी

Answer: (b)

66. यथोचितकालादर्शनमल्पता वा योनिवेदना च – किसका लक्षण है। (सु. सू. 15/16)

(a) असृग्दर

(b) नष्टार्तव

(c) आत्र्तव वृद्धि

(d) आत्र्तव क्षय

Answer: (d)

67.  अस्पन्दन किसका लक्षण है। (च. शा. 8/26)

(a) वाताभिपन्न गर्भ

(b) उपविष्टक

(c) नागोदर

(d) लीन गर्भ

Answer: (c)

68. दार्वी सुराह्नां त्रिफलां समुस्तां कषायमुत्क्वाथ्य पिबेत – किसकी चिकित्सा है। (च. चि. 6/54)

(a) कुष्ठ

(b) प्रमेह

(c) पाण्डु

(d) गुल्म

Answer: (c)

69. ग्रीवा में स्नायु की संख्या है ? (सु. शा. 5/37)

(a) 36

(b) 34

(c) 70

(d) उपरोक्त में से कोई नहीं 

Answer: (a)

70. रोमराजी भवेत् निम्ना – कौनसी संतान उत्पत्ति का लक्षण है। (सु. शा. 3/32 की डल्हण टीका)

(a) यमक

(b) नपंसक

(c) पुत्र

(d) कन्या

Answer: (a)

71. अथर्वणकृता व्याधि है ? (सु. सू. 24/8)

(a) आदिबल प्रवृत्त  

(b) जन्मबल प्रवृत्त 

(c) दैवबल प्रवृत्त 

(d) कालबल प्रवृत्त 

Answer: (c)

72. चरकानुसार ‘द्वाद्वश प्रासृतिकी निरूह वस्ति’ में कषाय की मात्रा कितनी होती है ? (च. सि. 3/30)

(a) 3 प्रसृत 

(b) 4 प्रसृत 

(c) 5 प्रसृत 

(d) 6 प्रसृत

Answer: (c)

73. स्मृतिबुद्धिप्रमोहं च जयेच्छीघ्रं ………………….. (च. चि. 1/पाद 1/134)

(a) मण्डूकपर्णी

(b) हरीतकी

(c) शंखपुष्पी

(d) पिप्पली रसायन

Answer: (b)

74. सुस्वादु वृष्यं हृद्यं त्रिदोषनुत् – कौनसा लवण है। (अ. हृ. सू. 6/144)

(a) सैंधव

(b) सौवर्चल

(c) औदभिद्

(d) सामुद्र

Answer: (a)

75. आचार्य वृद्ध वाग्भट्ट ने ‘सर्वार्थसिद्ध अंजन’ का प्रयोग किसमें बतलाया है। (अ. सं. सू 8/91)

(a) विषापह

(b) तिमिर

(c) अभिष्यंद

(d) सर्व नेत्ररोग 

Answer: (a)

76. महर्षि पाराशर के अनुसार ‘तिक्त एंव कषाय’ रस का विपाक होता है। (अं. सं. सू 17/19)

(a) मधुर

(b) अम्ल

(c) कटु

(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं 

Answer: (a)

77. अष्टांग संग्रहकार ने उष्म स्वेद के अतंगर्त कितने स्वेदों का वर्णन किया है ? (अ. सू. 26/7)

(a) 4

(b) 13

(c) 7

(d) 8

Answer: (d)

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