Uttarakhand Ayurveda PG Entrance Exam-2008
1. धमनी शैथिल्य किसका लक्षण है ?
(a) रक्तक्षय
(b) रक्तवृद्धि
(c) मांसक्षय
(d) मांसवृद्धि
2. ‘‘क्षीरपूर्ण लोचनता’’ किस सार का लक्षण है ?
(a) त्वक सार
(b) मज्जा सार
(c) रक्तसार
(d) शुक्रसार
3. ‘‘मूढसंज्ञता एवं मन्दचेष्टा’’ किसका लक्षण है ?
(a) वातक्षय
(b) कफवृद्धि
(c) पित्तक्षय
(d) कफक्षय
4. आचार्य चरक ने लसिका की गणना किसके अन्तगर्त की है ? (च. शा. 7/15)
(a) रस
(b) उदक
(c) कफ
(d) रक्त
5. ‘‘सर्वांग नेत्रगौरवम्’’ किसका लक्षण है ?
(a) मांसवृद्धि
(b) मेदवृद्धि
(c) मज्जावृद्धि
(d) शुक्रवृद्धि
6. किस रस के अतिसेवन से आक्षेप, अर्दित व मन्यास्तम्भ हो जाता है ?
(a) तिक्त
(b) कषाय
(c) कटु
(d) अम्ल
7. आचार्य सुश्रुत ने किस इन्द्रिय से सूर्य की समानता की है ?
(a) त्वक्
(b) रसना
(c) घ्राण
(d) नेत्र
8. ‘‘नाभिस्थः प्राणपवनः स्पट्वाहृत्कमलान्तरम्’’ किस ग्रन्थ का संदर्भ है ?
(a) चरक
(b) सुश्रुत
(c) अष्टांग हृदय
(d) शारंग्र्धर
9. “रसस्तु हृदयं याति समानमरूतेरितः’’ कहाॅं का संदर्भ है –
(a) भेल संहिता
(b) भावप्रकाष
(c) सुश्रुत
(d) शारंग्र्धर
10. किस आचार्य ने ओज का संवहन दष महामूला धमनियों से माना है –
(a) भेल
(b) चरक
(c) सुश्रुत
(d) सभी ने
11. काठिन्यज व न्यूनभावज किसके भेद है –
(a) दोषसंचय का
(b) दोष प्रकोप का
(c) दोष प्रसर का
(d) स्थानसंश्रय का
12. ‘‘रूक्षान्तर्दाह संधिषैथिल्यं तृष्णा’’ – किसका लक्षण है –
(a) कफक्षय
(b) वातक्षय
(c) आर्तव क्षय
(d) मज्जा क्षय
13. ‘‘पवनोत्तम’’ किस वायु को कहा गया है –
(a) प्राणवायु
(b) समानवायु
(c) उदानवायु
(d) अपानवायु
14. ‘‘वारूण्याष्चातिसेवनात्’’ किस स्रोत्रस दुष्टि का कारण है –
(a) मांसवह
(b) मेदोवह
(c) रसवह
(d) रक्तवह
15. षष्ठी कला है –
(a) पुरीषधरा
(b) श्लेष्मधरा
(c) पित्तधरा
(d) रक्तधरा
16. घमनी मर्म का वर्णन किस संहिता में मिलता है ?
(a) अष्टांग संग्रह
(b) अष्टांग हृदय
(c) सुश्रुत संहिता
(d) चरक संहिता
17. स्नायु मर्मो की कुल संख्या होती है –
(a) 27
(b) 41
(c) 20
(d) 11
18. कालान्तर प्राणहर मर्म में किन महाभूतों का प्राधान्य होता है ?
(a) वायु
(b) आग्नेय
(c) सौम्य व आग्नेय
(d) आग्नेय व वायव्य
19. गर्भ में शोणितकिट्ट से किसकी उत्पत्ति होती है –
(a) उण्डूक
(b) यकृत प्लीहा
(c) मलाषय
(d) फुफ्फुस
20. ………चेत समवायी – किसके संदर्भ में कहा गया है –
(a) आत्मा
(b) मन
(c) त्वचा
(d) नेत्र
21. स्तब्धपूर्णकोष्ठता व पीतावभासता किसका लक्षण है –
(a) दोषसंचय का
(b) दोष प्रकोप का
(c) दोष प्रसर का
(d) स्थानसंश्रय का
22. कोर और उलूखल किसके प्रकार है ?
(a) मर्म
(b) स्नायु
(c) संधि
(d) अस्थि
23. ताम्र भस्म की शास्त्रीय मात्रा होती है ?
(a) 24
(b) 22
(c) 14
(d) 18
24. कर्ण में पित्तवाहिनी सिराओं की कुल संख्या होती है –
(a) 10
(b) 8
(c) 6
(d) 2
25. द्रव्यों के वर्गीकरण में द्रव द्रव्य वर्ग किसकी मौलिक देन है –
(a) चरक
(b) सुश्रुत
(c) अष्टांग संग्रह
(d) अष्टांग हृदय
26. चरकानुसार गर्भानुलोमक द्रव्य है ?
(a) चित्रक
(b) मधुक
(c) धातकी
(d) वटक्षीर
27. सुश्रुत ने सूत्र स्थान के 38 वें अध्याय में कितने गणों का वर्णन किया है ?
(a) 50
(b) 45
(c) 40
(d) 37
28. अरूष्कर किसका पर्याय है –
(a) वासा
(b) भल्लातक
(c) चित्रक
(d) लांगली
29. संधानीय महाकषाय में निर्दिष्ट द्रव्य है –
(a) मधुक
(b) मधूक
(c) मृद्वीका
(d) लांगली
30. रक्त प्रतिस्कन्दन द्रव्य है –
(a) लोध्र
(b) प्रियंगु
(c) नागकेसर
(d) लहसुन
31. गुरू गुण किस महाभूत का है ?
(a) पृथ्वी
(b) आकाष
(c) वायु
(d) तेज
32. वायु और आकाष महाभूत का प्राधान्य किस रस में होता है –
(a) कषाय
(b) अम्ल
(c) तिक्त
(d) कटु
33. आग्नेय रस है –
(a) अम्ल
(b) तिक्त
(c) कषाय
(d) सभी
34. आत्रेय द्वारा विपाक की संख्या मानी गयी है ?
(a) त्रिविध
(b) द्विविध
(c) षड्विध
(d) पंचविध
35. सुखविरेचन द्रव्य है ?
(a) आरग्वध
(b) त्रिवृत्त
(c) स्नुही
(d) जयपाल
36. अग्निसादक द्रव्य है ?
(a) चित्रक
(b) मिश्रेया
(c) भल्लातक
(d) अहिफेन
37. तण्डुल किसका पर्याय होता है ?
(a) बीज का
(b) फल का
(c) पत्र का
(d) मूल का
38. स्वेदोपग द्रव्य है ?
(a) मृद्वीका
(b) मधुक
(c) एरण्ड
(d) शालपर्णी
39. वर्चस्य द्रव्य है –
(a) हरिद्रा
(b) गोक्षीर
(c) सरल
(d) सर्ज
40. “ष्वयथु’’ किसका पर्याय है ?
(a) कामला का
(b) शोथ का
(c) पाण्डु का
(d) अलसक का
41. चरकानुसार 3 माषक = ……. ?
(a) 1 शाण
(b) 1 कोल
(c) 1 अण्डिका
(d) 1 शुक्तिका
42. 1 निष्पाव किसके तुल्य है ?
(a) 60 mg
(b) 120 mg
(c) 250 mg
(d) 500 mg
43. त्नइइपदह कर्म है –
(a) स्वेदन
(b) मर्दन
(c) लेखन
(d) ऐषण
44. चित्रक का प्रयोज्यांग होता है ?
(a) मूल
(b) फल
(c) तबक
(d) मूलत्वक्
45. वृहती के संदर्भ में सत्य कथन है –
(a) वीर्य शीत होता है।
(b) विपाक मधुर होता है।
(c) वीर्य अनुष्णशीत होता है।
(d) वीर्य उष्ण होता है।
46. यूफोर्बियेसी किस द्रव्य का कुल है ?
(a) लवंग
(b) श्योनाक
(c) गुडूची
(d) आमलकी
47. ताम्बुल का रस होता है ?
(a) कटु, कषाय
(b) मधुर, कटु
(c) मधुर, कषाय
(d) कटु, तिक्त
48. “वीहिृमित्रा’’ किसका पर्याय है ?
(a) मूषा का
(b) पुट का
(c) वंकनाल का
(d) पिधान का
49. नागभस्म निमाणार्थ किस पुट का प्रयोग किया जाता है ?
(a) कुक्कुट पुट
(b) गजपुट
(c) महापुट
(d) वाराहपुट
50. रस रत्न समुच्चय के अनुसार पारद के दोषों की कुल संख्या होती है –
(a) 3
(b) 7
(c) 2
(d) 12
51. रस रत्न समुच्चय के अनुसार पारद के संस्कारों की कुल संख्या होती है –
(a) 3
(b) 16
(c) 17
(d) 18
52. ‘‘कज्जली’’ होती है ?
(a) शुद्ध पारद व गंधक का मिश्रण
(b) पारद, गंधक व स्वर्ण का मिश्रण
(c) पारद, गंधक व रजत का मिश्रण
(d) पारद, गंधक व लौह का मिश्रण
53. पंचामृत पर्पटी की सामान्य औषधीय मात्रा होती है –
(a) रत्ती
(b) 1 रत्ती
(c) 2 रत्ती
(d) 1 माषा
54. अभ्रक को किस वर्ग में रखा गया है।
(a) महारस
(b) उपरस
(c) साधारण रस
(d) उपरत्न
55. पाइराइट है ?
(a) हरताल
(b) अभ्रक
(c) रसक
(d) माक्षिक
56. सुश्रुतानुसार षिलाजीत कितने प्रकार का होता है ?
(a) 2
(b) 4
(c) 6
(d) 8
57. शुल्वारि किसका पर्याय है ?
(a) नाग
(b) गंधक
(c) ताम्र
(d) स्वर्ण
58. खर्पर है ?
(a) रसक
(b) गिरिसिन्दूर
(c) मृद्दारश्रृंग
(d) माक्षिक
59. स्फटिक भस्म की सामान्य औषध मात्रा होती है –
(a) 12 रत्ती
(b) 24 रत्ती
(c) 48 रत्ती
(d) 812 रत्ती
60. Mallotus philliphinensis is the botanical name of –
(a) अग्निजार
(b) कंकुष्ठ
(c) षिलाजतु
(d) कम्पिल्लक
61. ‘‘फेनाष्म’’ किसका पर्याय है –
(a) हरताल
(b) गौरीपाषाण
(c) गौरीपुष्प
(d) समुद्रफेन
62. नृसार – किस एक औषध योग का घटक है ?
(a) बोल पर्पटी
(b) गगन पर्पटी
(c) रसपुष्प
(d) श्वेत पर्पटी
63. ‘‘गिरिसिन्दूर’’ है –
(a) HgO
(b) HgS
(c) Hg2cl2
(d) PbO
64. श्रेष्ठ हिंगुल है –
(a) शुकतुण्ड
(b) चार्मार
(c) हंसपाद
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
65. शारंग्र्धर के अनुसार लौहवर्ग कितने है –
(a) 3
(b) 6
(c) 7
(d) 12
66. स्वर्ण का परमाणु भार होता है –
(a) 65.38
(b) 118.70
(c) 196.97
(d) 200.6
67. अमृत किसका पर्याय है –
(a) भल्लातक
(b) हरीतकी
(c) स्वर्ण
(d) वत्सनाभ
68. उपविष है ?
(a) भल्लातक
(b) वत्सनाभ
(c) श्रृंगिक
(d) मुस्तक
69. मृदु द्रव्य से क्वाथ निमाणार्थ कितना गुना जल लिया जाना चाहिए –
(a) चार
(b) आठ
(c) बारह
(d) सौलह
70. सबसे गुरू व तीक्ष्ण कल्पना है ?
(a) स्वरस
(b) श्रृत
(c) कल्क
(d) इन मसे कोई नहीं
71. यापना वस्ति किस ऋतु में दी जानी चाहिए ? (च. सि. 12/21)
(a) बसन्त
(b) हेमन्त
(c) शिषिर
(d) सर्व तु में
72. शारंग्र्धर के औषध काल होते है –
(a) 5
(b) 2
(c) 10
(d) 11
73. आस्तिक दर्शन की संख्या है –
(a) 2
(b) 3
(c) 6
(d) 1
74. चार्वाक ने कितने प्रमाण माने हैं –
(a) 1
(b) 2
(c) 4
(d) 8
75. अध्यात्म गुण है –
(a) लोभ
(b) मोह
(c) क्रोध
(d) प्रयत्न
76. चेतन द्रव्य होते है ?
(a) इन्द्रिय युक्त
(b) इन्द्रिय रहित
(c) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
77. ‘‘साहचर्या नियमो………….।
(a) 2
(b) 4
(c) 8
(d) 10
78. तन्त्रार्थ (प्रकरण) कितने माने गए है ?
(a) चरक
(b) सुश्रुत
(c) वाग्भट्ट
(d) भावप्रकाष
79. ‘‘साध्य निर्देष …………………………।’’
(a) प्रतिज्ञा
(b) हेतु
(c) उपनय
(d) निगमन
80. वादमार्गो की संख्या है –
(a) 15
(b) 32
(c) 36
(d) 44
81. मन निग्रहकर्ता है ?
(a) इन्द्रियों का
(b) मन का
(c) इन्द्रियों व मन का
(d) वायु का
82. चरकानुसार स्मृति के कारण माने गए है ?
(a) 2
(b) 4
(c) 8
(d) 10
83. ‘‘विकार’’ है ?
(a) अर्थाश्रय
(b) ताच्छील्य
(c) कल्पना
(d) तंत्रदोष
84. स्वभावोपरममवाद किस आचार्य की देन है –
(a) चरक
(b) सुश्रुत
(c) वाग्भट्ट
(d) शारंग्र्धर
85. ‘‘द्वैष’’ किसका लक्षण है ?
(a) आत्मा का
(b) सत्व का
(c) आत्मा और सत्व दोनों का
(d) इनमें से कोई नहीं
86. ‘‘……. अपृथग्भाव।’’
(a) सामान्यो
(b) समवायो
(c) विषेष
(d) कारणो
87. ‘‘धृति’’ किसका कर्म है ?
(a) वात
(b) पित्त
(c) कफ
(d) रक्त
88. परमाणु स्तर पर पाक को क्या कहा जाता है ?
(a) पीलू पाक
(b) पिठर पाक
(c) अवयवी पाक
(d) निष्ठा पाक
89. ‘‘सर्पि प्रकाषं स्रावं’’ किस स्थानगत व्रण का लक्षण है ?
(a) त्वचागत
(b) मांसगत
(c) सिरागत
(d) स्नायुगत
90. वातज श्लीपद में चिकित्सार्थ सिरावेध किस स्थान पर निर्दिष्ट है ?
(a) गुल्फ से चार अंगुल ऊपर
(b) गुल्फ से चार अंगुल नीचे
(c) अगुष्ठ की प्रसिद्ध सिरा का
(d) सिराव्यध निषिद्ध है
91. ‘‘प्रलम्बतेऽलाबुवतऽल्पमूलो’’ किसका लक्षण हैं –
(a) वातिक गलगण्ड
(b) श्लैष्मिक गलगण्ड
(c) मेदोज गलगण्ड
(d) गण्डमाला
92. ‘‘स्कन्ध भग्न’’ की चिकित्सार्थ कौनसा बन्ध निर्दिष्ट है ?
(a) पंचांगी
(b) कोष
(c) दाम
(d) स्वस्तिक
93. ‘‘कर्कष स्थिर पृथु व कठिन’’ अर्ष की चिकित्सा किस उपक्रम से होती है ?
(a) भेषज
(b) क्षारकर्म
(c) अग्निकर्म
(d) शस्त्रकर्म
94. उदराभिघात से आमाषय में रक्त एकत्र होने का मुख्य लक्षण है ?
(a) रक्तवमन
(b) नाभि के नीचे शीतलता का होना
(c) शरीर गौरव
(d) इनमें से कोई नहीं
95. ‘‘चक्रतैल’’ का प्रयोग किसमें निर्दिष्ट है ?
(a) वातव्याधि
(b) वातरक्त
(c) योनिव्यापद
(d) भग्न
96. अर्बुद में पाक नहीं होता है क्योंकि इसमें – (सु. नि. 11/22)
(a) कफ व रक्त का आधिक्य होता है
(b) कफ व माॅंस का आधिक्य होता है
(c) कफ व मेद का आधिक्य होता है
(d) वात व मेद का आधिक्य होता है
97. तक्र का गुण होता है ?
(a) दीपन, ग्राही, लघु
(b) दीपन, सारक, लघु
(c) स्तम्भन, लघु, शीत
(d) दीपन, ग्राही, गुरू
98. विरूद्धाहार जनित रोग है ?
(a) विसर्प
(b) ग्रहणी
(c) आध्मान
(d) उपर्युक्त सभी
99. गुड और काकमाची का एक साथ प्रयोग किस प्रकार का विरूद्ध है ?
(a) रस विरूद्ध
(b) संयोग विरूद्ध
(c) वीर्य विरूद्ध
(d) कर्म विरूद्ध
100. पानीय क्षार का प्रयोग किस स्थिति में निषिद्ध है ?
(a) रक्तपित्त
(b) आभ्यान्तर विद्रधि
(c) गरविष
(d) उपरोक्त सभी
101. घृत व्यापद की चिकित्सा में निर्दिष्ट यवागु है ?
(a) उपोदिका व दधि से सिद्ध यवागु
(b) तक्र से सिद्ध यवागु
(c) तक्र पिण्याक से सिद्ध यवागु
(d) अपामार्ग क्षीर से सिद्ध यवागु
102. ….दीर्घ रोगाणां।
(a) ज्वर
(b) प्रमेह
(c) कुष्ठ
(d) राजयक्ष्मा
103. अतिनिद्रा की चिकित्सा में कौनसा उपक्रम निर्दिष्ट नहीं है (च. सू. 21/52)
(a) अभ्यंग
(b) व्यायाम
(c) षिरोविरेचन
(d) उपवास
104. ‘‘त्वगवदरण’’ है –
(a) वातज नानात्मज विकार
(b) पित्तज नानात्मज विकार
(c) कफज नानात्मज विकार
(d) रक्तज नानात्मज विकार
105. पिण्डतैल का गुणधर्म होता है –
(a) पित्तापहम्
(b) स्तम्भनघ्न
(c) दाहघ्नं
(d) रूजापहम्
106. उरूस्तम्भ में मुख्य दूष्य होता है –
(a) रक्त
(b) मांस
(c) मेद
(d) मज्जा
107. प्रधमन नस्य किसमें देते है –
(a) अपतंत्रक
(b) पक्षाघात
(c) अपतानक
(d) इनमें से कोई नहीं
108. किस स्थिति में विरेचन निषिद्ध है –
(a) आनाह
(b) अरूचि
(c) विबन्ध
(d) अजीर्ण
109. शोथरोग में अपथ्य है ?
(a) पिप्पली
(b) जांगल मांस
(c) शुष्क शाक
(d) षिखी मांस
110. चरकानुसार ‘‘सैन्धवादि चूर्ण’’ का रोगाधिकार है ?
(a) वातव्याधि
(b) गुल्म
(c) शोथ
(d) क्षतक्षीण
111. किस व्याधि में विशेष रूप से मन दूषित होता है –
(a) उन्माद
(b) अपस्मार
(c) मूच्र्छा
(d) सन्यास
112. चरकानुसार ‘‘तालीसादि चूर्ण’’ का रोगाधिकार है ?
(a) कास
(b) ज्वर
(c) क्षतक्षीण
(d) राजयक्ष्मा
113. सिद्ध कुष्ठ में दोष प्राधान्य होता है ?
(a) पित्त, कफ
(b) वात, कफ
(c) वात, पित्त
(d) कफ
114. अधोग रक्तपित्त का हेतु है ?
(a) रूक्ष व उष्ण आहार
(b) स्निग्ध व उष्ण आहार
(c) रूक्ष व शीत आहार
(d) स्निग्ध व शीत आहार
115. संतत ज्वर के कितने आश्रय होते है ?
(a) 2
(b) 9
(c) 7
(d) 12
116. वृष्य अण्डरस में परिगणित नहीं है ?
(a) चटक
(b) हंस
(c) बर्हिण
(d) दक्ष
117. श्रेष्ठ षिलाजतु है ?
(a) लौह
(b) रजत
(c) ताम्र
(d) स्वर्ण
118. चरक ने अभेषज के कितने भेद निर्दिष्ट किए है ?
(a) 8
(b) 4
(c) 2
(d) 1
119. फिरंग रोग का सर्वप्रथम वर्णन किस ग्रन्थ में देखने को मिलता है –
(a) चरक संहिता
(b) सुश्रुत संहिता
(c) शारंग्र्धर संहिता
(d) भावप्रकाष
120. ‘‘पित्तज अर्ष’’ की आकृति होती है ?
(a) करीरपनसास्थि निभं
(b) कदम्बपुष्पाकृति
(c) शुकजिहृवा संस्थान
(d) नाडी मुकुलाकृति
121. ‘‘यव मध्यानि’’ किस अर्ष का लक्षण है ?
(a) वातज
(b) पित्तज
(c) कफज
(d) सान्निपातिक
122. अगर कर्णपाली मूल से कटी हुई हो तो किस कर्णबन्धन का प्रयोग करना निर्दिष्ट है ?
(a) व्यायोजिम
(b) गण्डकर्ण
(c) निर्वेधिम
(d) वल्लूरक
123. सुश्रुत ने कौनसा भगन्दर नहीं माना है ?
(a) शतपोनक
(b) उष्ट्रग्रीव
(c) परिस्रावी
(d) परिक्षेपी
124. सुश्रुतानुसार अनुषस्त्र है –
(a) समुद्रफेन
(b) शुष्कगोमय
(c) शेफालिका पत्र
(d) उपर्युक्त सभी
125. स्तन्य वर्धनार्थ किसका प्रयोग अभिष्ट नहीं है –
(a) दर्भ
(b) कुष
(c) काष
(d) पाठा
126. ‘‘पष्चाद्रुज’’ किस स्ािानगत व्याधि है ?
(a) नासा
(b) षिर
(c) मुख
(d) गुद
127. सुश्रुतानुसार स्त्री श्रोझाी का विस्तार कितना अंगुल होता है ? –
(a) 18 अंगुल
(b) 16 अंगुल
(c) 12 अंगुल
(d) 32 अंगुल
128. ‘सोमरोग’ का वर्णन किस संहिता में नहीं है –
(a) हारीत
(b) योगरत्नाकर
(c) शारंग्र्धर
(d) भावप्रकाष
129. मूढगर्भ की गतियाॅ कितने प्रकार की होती है –
(a) 2
(b) 3
(c) 4
(d) 8
130. काष्यप के मतानुसार सूतिकाकाल कितना होता है –
(a) 45 दिन
(b) 4 मास
(c) 6 मास
(d) पुनः आर्तवदर्षन तक
131. छः प्रकार की बन्ध्याओं का वर्णन किस ग्रन्थ में मिलता है ?
(a) चरक संहिता
(b) सुश्रुत संहिता
(c) हारीत संहिता
(d) इनमें से काई नहीं
132. त्वक का संग्रहण काल है ?
(a) शरद
(b) बसन्त
(c) ग्रीष्म
(d) वर्षा
133. माता के रस से किसका पोषण होता है ?
(a) स्तन्य का
(b) गर्भ का
(c) स्वयं का
(d) सभी का
134. काष्यप ने ‘‘बन्ध्यत्व’’ की गणना किस नानात्मज विकारों में की है ?
(a) वातज
(b) पित्तज
(c) कफज
(d) रक्तज
135. ‘‘नातिच्छिन्नं नातिभिन्नमुभयोर्लक्षणान्वितम्’’ किस व्रण का लक्षण है –
(a) विद्ध
(b) पिच्चित
(c) घृष्ट
(d) क्षत
136. भेदन कर्मार्थ शस्त्र की धार होनी चाहिए –
(a) कैषिकी
(b) अर्द्धकैषिकी
(c) मसूरी
(d) अर्द्धमसूरी
137. कौनसा युग्म सुमेलित नहीं है –
(a) करपत्र, मण्डलाग्र – भेदन
(b) करपत्र, मण्डलाग्र – छेदन
(c) कुठारिका, आरा – वेधन
(d) करपत्र, मण्डलाग्र – लेखन
138. ‘‘निसृत हस्तपादषिरः कायसंगी’’ किस मूढगर्भ का लक्षण है –
(a) कील
(b) प्रतिखुर
(c) परिघ
(d) बीजक
139. पंचावयव में सम्मिलित है –
(a) स्थापना
(b) अनुयोज्य
(c) अननुयोज्य
(d) निगमन
140. ‘‘युक्ति‘‘ प्रमाण किसने माना है –
(a) चरक
(b) चार्वाक
(c) न्याय दर्शन
(d) वैषेषिक दर्षन
141.चरकानुसार कितने मास की गर्भावस्था के पष्चात गर्भ वैकारिक कहलाता है –
(a) 9 मास
(b) 10 मास
(c) 11 मास
(d) 12 मास
142. ‘‘संजीवनी वटी’’ का घटक द्रव्य नहीं है –
(a) पिप्पली
(b) वत्सनाभ
(c) भल्लातक
(d) मरिच
143. हारीत के मतानुसार ‘‘दोहृदकाल’’ होता है ?
(a) 3 मास
(b) 4 मास
(c) 5 मास
(d) 3 पक्ष से 5 मास
144. सत्कार्यवाद के समर्थक है –
(a) सांख्य दर्षन
(b) बौद्ध दर्षन
(c) न्याय दर्शन
(d) वैषेषिक दर्षन
145. दीपन -पाचन दोनों कर्म करने वाला द्रव्य है –
(a) मरिच
(b) हरीतकी
(c) चित्रक
(d) भल्लातक
146. चरकानुसार सिद्धान्त के भेद होते है –
(a) 2
(b) 4
(c) 5
(d) 8
147. आस्तिक दर्षन है –
(a) 1
(b) 2
(c) 3
(d) 6
148. सुश्रुतानुसार आनूप वर्ग का प्राणि नहीं है –
(a) मृग
(b) गज
(c) वराह
(d) माहिष
149. ‘‘कठिन’’ कर्म किसका है ?
(a) वायु
(b) जल
(c) आकाष
(d) पृथ्वी
150. ‘‘तुरंगगंधी व्रणस्राव’’ किस दोष के प्राधान्य से होता है ?
(a) वात
(b) पित्त
(c) कफ
(d) रक्त
151. रसक्रिया किस स्थान पर निर्दिष्ट है –
(a) जहाॅ बन्धन निषिद्ध हो
(b) चल संधि पर
(c) पुनः दोषोत्पत्ति होने से
(d) उपर्युक्त सभी परिस्थितियों में
152. निम्न में से विष्टम्भी फल होता है –
(a) स्वर्णपत्री का
(b) पनस का
(c) द्राक्षा का
(d) हरीतकी का
153. किस व्याधि में हरीतकी का प्रयोग करवाया जा सकता है ?
(a) तृष्णा
(b) नवज्वर
(c) हनुस्तम्भ
(d) कुष्ठ
154. अगर गुरू व अभिष्यन्दी पदार्थो के सेवन से पुनरावर्तक ज्वर की उत्पत्ति होती है तो उसकी चिकित्सा का उपक्रम होना चाहिए –
(a) लंघन व शीतल उपक्रम
(b) लंघन व उष्ण उपक्रम
(c) यापना वस्ति व शीतल उपक्रम
(d) मृदु संषोधन व शीतल उपक्रम
155. वातव्याधिवत चिकित्सा किसमें निर्दिष्ट है ?
(a) अपक्व उपषीर्षक
(b) पक्व उपषीर्षक
(c) जलषीर्षक
(d) उल्वक
156. डाउन सिन्ड्रोम किस प्रकार की विकृति है ?
(a) बीजदोष जनित
(b) मातुर आहार जनित
(c) दन्तोद्भव जनित
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
157. ‘‘अग्निमादित्यं च पित्तं’’ किस आचार्य का कथन है ?
(a) चरक
(b) सुश्रुत
(c) वाग्भट्ट
(d) काष्यप
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